Tuesday, 27 January 2009

राज ठाकरे और मीडिया...

राज ठाकरे को कौन नही जानता। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष है, या यूँ कहें की देश को तोड़ने वाली राजनीती के अग्रिणी नेताओं में से एक है. राज ठाकरे पिछले काफी समय से उत्तर भारतीयों पर हमले के कारण मीडिया में छाए हुए है. अभी हाल ही में नासिक और मुंबई में फ़िर से राज की सेना का कहर उत्तरभारतीयों पर बरसा है। क्या इन सबके पीछे केवल राज ठाकरे जिम्मेदार है? या फिर हमारा मीडिया भी उतना ही जिम्मेदार है जितना राज ठाकरे।

जिस तरह के आग उगलने बाले भाषण राज अपनी सभाओं में देते है उन्हें कितने लोग सुनते है, ज्यादा से ज्यादा ५००० या १००००, लेकिन मीडिया उन भाषणों को दिखाकर उसकी आवाज लाखों लोगों तक पहुंचाती है और दंगा भड़काने में राज से भी ज्यादा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है. अब सबाल ये उठता है की मीडिया को राज ठाकरे का कवरेज़ करना चाहिए या नही? मेरे नजरिये से मीडिया को राज ठाकरे का बहिष्कार कर देना चाहिए, क्योकि जितना आप उसे दिखाओगे उतना ही वो भोंकेगा. अभी कुछ दिन पहले मुंबई के ठाणे इलाके हुई में एक रैली में राज के निशाने पर सबसे ज्यादा अगर कोई था, तो वो था मीडिया, राज ने रैली में न सिर्फ़ मीडिया की जमकर बखियां उधेडी, बल्कि लोगों को उन्हें मारने के लिए भी उकसाया, लेकिन इन सबके बावजूद भी मीडिया ने राज ठाकरे का कवरेज़ किया और शायद आगे भी करती रहेगी. आखिर मीडिया की ऐसी क्या मजबूरी है ,जो गाली खाकर भी राज की दुम चाटने से बाज नही आते???

7 comments:

  1. आखिर मीडिया की ऐसी क्या मजबूरी है ,जो गाली खाकर भी राज की दुम चाटने से बाज नही आते......

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  2. An Open Proposal for Raj Thackerey
    This is a wonderful post in favour of RAJ Thackerey .have a look We all should support Raj , if that ******** can agree to the following points.
    1. We should teach our kids that if he is second in class, don't study harder.. just beat up
    the student coming first and throw him out of the school
    2. Parliament should have only Delhiites as it is located in Delhi
    3. Prime-minister, president and all other leaders should only be from Delhi
    4. No Hindi movie should be made in Bombay. Only Marathi.
    5. At every state border, buses, trains, flights should be stopped and staff changed
    to local men
    6. All Maharashtrians working abroad or in other states should be sent back as they are SNATCHING employment from Locals
    7. Lord Shiv, Ganesha and Parvati should not be worshiped in our state as they belong to north (Himalayas)
    8. Visits to Taj Mahal should be restricted to people from UP only
    9. Relief for farmers in Maharashtra should not come from centre because that is the money collected as Tax from whole of India, so why should it be given to someone in Maharashtra?
    10. Let's support kashmiri Militants because they are right to killing and injuring innocent people for benifit of there state and community......
    11. Let's throw all MNCs out of Maharashtra, why should they earn from us? We will open our own Maharashtra Microsoft, MH Pepsi and MH Marutis of the world .
    12. Let's stop using cellphones, emails, TV, foreign Movies and dramas. James Bond should speak Marathi
    13. We should be ready to die hungry or buy food at 10 times higher price but should not accept imports from other states
    14. We should not allow any industry to be setup in Maharashtra because all machinery comes from outside
    15. We should STOP using local trains... Trains are not manufactured by Marathi manoos and Railway Minister is a Bihari
    16. Ensure that all our children are born, grow, live and die without ever stepping out of Maharashtra, then they will become true Marathi's
    from dinershehse

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  3. राज ठाकरे जैसे नेताओ की छिछोरी बातो को ख़बर बनाना मीडिया का पतन है... वैसे भी आज की विद्युतीय मीडिया से उम्मीद भी क्या की जा सकती है...मीडिया ने अपना काम छोड़कर बाकी सबका काम संभाल रखा है... पुरातत्व विभाग के लिए मीडिया रावण की मम्मी ढूंढ़ रही है... लोगो को उनका भविष्य भी मीडिया ही बता रही है... ऐसी जेम्मेदार मीडिया आपको हमारे महान देश के अलावा और कंहा मिल सकती है..

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  4. एक गुजारिश करना चाहेंगे कि आप अपने ब्लॉग से वर्ड वरिफिकेशन हटा ले, ताकि प्रतिक्रिया देने में आसानी होगी...
    धन्यवाद..

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  5. सागर जी .
    आप के बारे में खुफिया ख़बर यह है की आप भी उसी मीडिया का हिस्सा जिसकी निंदा आप अपने कमेन्ट में कर रहे है . संकेत जी आप ने पोस्ट तो अच्छा लिखा है .सच है, की नेतागण मीडिया का उपयोग अपनी पब्लिसिटी के लिए करते है . लेकिन मीडिया की भी मजबूरी है . आख़िर २४ घंटे वे क्या दिखान्येंगे .
    जहा तक राज जी की बात है . आप उन्हें नापसंद कर सकते है लेकिन इग्नोर नही कर सकते .
    लतिकेश
    मुंबई

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  6. सही कहा सागर जी आपने, लोगों को भड़काने के मामले में मीडिया अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाती है.

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  7. ऐसे लोगों को मीडिया ने हीरो बनाया.................अब आप कहते हैं वो जीरो हो जायें........तो भैया पहले सोचना था न

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